एक चश्मे वाली यूरोपीय सहपाठी ने एक कठिन सबक के बाद अपनी मासूमियत को आत्मसमर्पण कर दिया। उसके छात्रावास में उसके प्रलोभन का पता चला, जिससे एक भावुक मुठभेड़ हुई। कराहने और उत्साह के बीच, वह पूरी तरह से ले ली गई थी, उसका खूबसूरत फ्रेम परमानंद में छटपटा रहा था।