यह आकर्षक कहानी एक छात्रावास के कमरे में सामने आती है, जहां पर्याप्त उभारों वाली एक युवा कॉलेज लड़की आत्म-आनंद में लिप्त होती है। उसके हाथ उसके शरीर का पता लगाते हैं, उसके स्तन इच्छा से फूलते हैं, और वह अपने निजी अभयारण्य में परमानंद की लहरों की सवारी करती है।