एरिका, एक बंधी हुई और असहाय गोरी, अपने मालिक की सनक का इंतजार कर रही है। वह उसे उंगली से चिढ़ाता है, फिर उसे परमानंद के उपनगर में भेजता है, उसे पीटता है। वह उत्सुकता से उसे मौखिक रूप से आनंद देती है, इससे पहले कि वह उसे एक जंगली, बेहिचक रोमांस में ले ले जाए, जिसका समापन गर्म, चिपचिपे चरमोत्कर्ष पर होता है।