मैं दादाजी के आकर्षण का विरोध नहीं कर सकती। उनका परिपक्व शरीर और सौम्य स्पर्श मेरी इच्छा को प्रज्वलित करता है। हमारी निषिद्ध मुठभेड़ें मेरी लालसा को भड़काती हैं, लेकिन समाज हमें छोड़ देता है। यह हमारा रहस्य है, हमारा जुनून है। यह सिर्फ वासना नहीं है; यह एक गहरा संबंध है जो उम्र और सामाजिक मानदंडों को पार करता है।