सुनहरे बालों वाली किशोरी लॉली स्मॉल रसोई में अकेले खाना नहीं बना रही है, अपने शरीर और इच्छाओं की खोज कर रही है। उसकी उंगलियाँ उसकी चिकनी त्वचा पर नृत्य करती हैं, उसकी नाजुक सिलवटों को उत्तेजित करती हैं, जिससे आनंद की किरणें प्रज्वलित होती हैं। वह अनायास ही खुद को परमानंद में खो देती है।